टीवी के 10 विज्ञापन जिनकी खुशबू आज भी ताजा है जेहन में

व‍िज्ञापन वो कला है, ज‍िसे देखकर ही आप और हम अपने रोजमर्रा के उत्‍पादों का चयन करते हैं। लेक‍िन इसके अलावा एक बात यह भी है क‍ि कुछ व‍िज्ञापन ऐसे भी होते हैं, ज‍िन्‍हें देखकर आप उन उत्‍पादों को भले न खरीदे लेक‍िन वे व‍िज्ञापन हमेशा के ल‍िए आपके जेहन में रह जाते हैं। बात करते हैं कुछ ऐसे ही व‍िज्ञापनों की। 

ल‍िर‍िल साबून की वो ठंडी धून 
गर्म‍ियों के द‍िन आते ही टीवी पर आने वाली एक धुन कानों में गूंजने लगती थी, इसके दृश्‍य में एक लड़की झरने में नहा रही है। ये लि‍र‍िल साबुन का व‍िज्ञापन इतना पॉपुलर था क‍ि लोग इस धुन को आज तक गुनगुनाते हैं। व‍िज्ञापन देखने पर भी गर्मी में शीतल अनुभव होता था।

जब बजाज का स्‍कूटर हर घर में होता था  
ये जमीं ये आसमां, हमारा कल, हमारा आज, बुलंद भारत की, बुलंद तस्‍वीर, हमारा बजाज। बजाज स्‍कूटर का यह गीत और दृश्‍य भी सभी को याद है। यह वह दौर था जब बजाज का स्‍कूटर हर घर में हुआ करता था। यह स्‍कूटर बेहद लोकप्रि‍य हुआ वि‍ज्ञापन तो खैर था ही बेहद लोकप्र‍िय।

हीहीही, ल‍िज्‍जत पापड़
भारत में पापड़ बहुत पसंद क‍िए जाते हैं, ऐसे में ल‍िज्‍जत पापड़ की बात न हो यह मुमक‍िन नहीं। जब जी चाहे शौक से खाए कर्रम कुर्रम ल‍िज्‍ज्‍त पापड़ के इस एड में पूरा पर‍िवार द‍िखाया जाता था, घर का नौकर भी पूरे मन से सभी को पापड़ खिलाता था। इस व‍िज्ञापन की याद आज भी जेहन में ताजा है। इसमें शाम‍िल एक कार्टून काफी पॉपुलर हुआ था।

हमें क्‍या मालूम आप भी पान पराग के शौकीन हैं 
पान पराग के विज्ञापन के डायलॉग तो हर जगह उपयोग क‍िए जाने लगे थे। इस व‍िज्ञापन में शम्‍मी कपूर और अशोक कुमार जैसे कलाकारों ने काम क‍िया था। र‍िश्‍ते की बात होती है तो शम्‍मी कपूर कहते हैं क‍ि हम एक बात तो कहना भूल ही गए। यह सुनते ही लड़की के पर‍िवार के लोग सक्‍ते में आ जाते हैं। लेक‍िन शम्‍मी कपूर कहते हैं क‍ि हम बस इतना चाहते हैं क‍ि बारात‍ियों का स्‍वागत पान पराग से हो।

गले में खिच खि‍च
गले में खिच खिच, विक्‍स की गोली खिच खिच दूर करो। एक छोटी सी व‍िक्‍स की गोली का विज्ञापन क‍िसे याद नहीं। एक प‍िता अपनी बेटी को कहानी सुनाता है और उसके गले में खराश आ जाती है। तभी व‍िक्‍स की गोली का महत्‍व बताया जाता है। यह भी काफी फेमस हुआ था।

ज‍िसे देखकर आंखें भर आएगी 
हैवल्‍स वायर का एड बहुत पुराना नहीं है, लेक‍िन इस दौर में भी सबकी आंखे भि‍गों देता है। फुटपाथ पर रहने वाले एक मां और उसका बेटा है। खाना बनाते समय मां के हाथ बार बार चूल्‍हे में जलते हैं, बेटा यह देखता है तो हैवल्‍स के तार उठाकर उसका च‍िमटा बनाकर मां को दे देता है। यह बहुत भावुक करने वाला व‍िज्ञापन माना जाता है।

जस्‍ट टू म‍िनट्स  
बच्‍चों को भूख लगी है और वो मां कहती है जस्‍ट टू म‍िनट्स। मैगी तैयार हो जाती है और बच्‍चे खुश हो जाते हैं। इस व‍िज्ञापन ने दो म‍िनट में भूख म‍िटाने का कॉन्‍सेप्‍ट द‍िया था। क्‍योंक‍ि माना जाता है क‍ि मैगी दो म‍िनट में बन जाती है।

हाजमौला सर… 
एक होस्‍टल में बच्‍चे हाजमौला की बोतल लुढकाकर देते हैं और उसमें से गोल‍ियां खाते हैं। ठीक इसी वक्‍त होस्‍टल के वार्डन आ जाते हैं। एक बच्‍चा ज‍िसके हाथ में हाजमौला की बोतल होती है, वो कहता है हाजमौला सर…

मान गए आपकी पारखी नजर 
एक महि‍ला दुकान पर सामान खरीदने जाती है तो दुकानदार कहता है आप तो हमेशा वो महंगी वाली ड‍िटर्जेंट खरीदती थी, मह‍िला कहती है, खरीदती थी, लेक‍िन वही सफेदी जब न‍िरमा सुपर में म‍िले तो कोई महंगा ड‍िटर्जेंट क्‍यों खरीदे। दुकानदार कहता है, मान गए आपकी पारखी नजर और न‍िरमा सुपर। दोनों को।

आई लव यू रसना  
बच्‍चों में बेहद लोकप्र‍िय है यह लाइन। आई लव यू रसना। एक छोटी सी बच्‍ची ग्‍लास में रसना घोलकर पीती है और कहती है, आई लव यू रसना। यह व‍िज्ञापन बच्‍चों में काफी लोकप्रिय हुआ और रसना भी गर्म‍ियों में जमकर पी गई।

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी