ईद पर बंधकों को दो रिहाई का तोहफा-सुषमा

गुरुवार, 24 जुलाई 2014 (15:44 IST)
FILE
नई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इराक में लगभग 45 दिन से बंधक बनाए गए 41 भारतीयों को सुरक्षित बताते हुए गुरुवार को लोकसभा में सुझाव दिया कि सदन को अपहरणकर्ताओं से अपील करनी चाहिए कि रमजान के पवित्र महीने के तोहफे के रूप में वे उन्हें रिहा कर दें जिससे वे ईद से पहले स्वदेश लौट सकें।

सुषमा ने कहा कि सदन को अपहरणकर्ताओं से अपील करनी चाहिए कि भारत के इराक के बहुत ही अच्छे रिश्ते रहे हैं और उस पर अमेरिका की सैन्य कार्रवाई के दौरान इसी सदन ने प्रस्ताव पारित किया था कि भारत इस कार्रवाई में शामिल होने के लिए अपनी फौज वहां नहीं भेजेगा। हालांकि सदन की ओर से ऐसी कोई औपचारिक अपील नहीं की गई।

इराक में फंसे भारतीयों को लेकर उत्पन्न स्थिति तथा इस बारे में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के संबंध में लोकसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर विदेश मंत्री ने कहा कि सदन अपहरणकर्ताओं से अपील करे कि रमजान के पवित्र महीने में तोहफे के रूप में उन 41 भारतीय बंधकों को रिहा कर दे जिनका कोई गुनाह नहीं है।

इस अपील का असर होगा तो ये बंधक ईद से पहले स्वदेश आ जाएंगे। उन्होंने यह स्वीकार किया कि इन बंधकों से सरकार का कोई सीधे राब्ता नहीं है, लेकिन बहुत सारे स्रोतों से यह खबर है कि वे सुरक्षित हैं, जीवित हैं और उन्हें भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।

सुषमा ने बताया कि 41 बंधकों में से 4 हिमाचल प्रदेश के, 4 बिहार के और 2पश्चिम बंगाल के हैं तथा शेष सभी पंजाब से हैं।

यह पूछे जाने पर कि इन बंधकों को छुड़ाने के लिए सरकार की क्या कार्ययोजना है? सुषमा ने कहा कि अगर यह खुलासा कर दिया गया तो सारी गोपनीयता ही खत्म हो जाएगी और बंधकों को छुड़ाने के लिए सबसे बड़ी चीज गोपनीयता ही होती है।

उन्होंने कहा कि केरल की 46 नर्सों को छुड़ाने तक भी गोपनीयता बनाए रखी गई थी। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें