Hathras incident: हाथरस में सत्संग में 116 लोगों की मौत, पढ़िए मामले से जुड़ा पूरा अपडेट

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
मंगलवार, 2 जुलाई 2024 (21:45 IST)
Hathras incident: उत्तरप्रदेश के हाथरस (Hathras) जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र में आयोजित एक सत्संग में मंगलवार को भगदड़ मच गई जिसमें 116 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। अलीगढ़ परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) शलभ माथुर ने बताया कि हाथरस में भगदड़ की घटना में 116 लोगों की मौत हो गई है। एटा और हाथरस सटे जिले हैं और सत्संग में एटा के लोग भी शामिल होने पहुंचे थे।
 
एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि यह घटना पुलराई गांव में सत्संग में हुई जिसमें शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग आए थे। इसके पहले हाथरस के जिलाधिकारी आशीष कुमार ने बताया था कि इस घटना में अब तक 50 से 60 लोगों की मौत हो जाने की सूचना है।

ALSO READ: UP Hathras Stampede Updates : क्या थी हाथरस में भगदड़ की वजह, सामने आया यह, सत्संग कराने वाले बाबा फरार
 
उन्होंने कहा था कि हाथरस के सिकंदराराऊ में 'भोले बाबा' का समागम हो रहा था और जब समागम का अंत हो रहा था तब उमस काफी थी, ऐसे में लोगों के बाहर निकलते समय भगदड़ मच गई। मरने वालों की संख्या पूछे जाने पर जिलाधिकारी कुमार ने कहा था कि अभी घायलों को अस्पताल भेजा जा रहा है और प्रशासन की प्राथमिकता घायलों का समुचित उपचार कराना और मृतकों के परिवारों को प्रशासनिक सहायता पहुंचाना है।
 
जब उन्हें याद दिलाया गया कि एटा के अधिकारियों द्वारा सिर्फ वहां पोस्टमार्टम हाउस पर 27 मरने वालों के शव पहुंचने की की पुष्टि की गई है तो उन्होंने कहा था कि अभी तक लगभग 50 से 60 लोगों के मरने की संख्या सामने आई है।
 
सत्संग की अनुमति किसने दी?: कुमार से जब पूछा गया कि सत्संग की अनुमति किसने दी तो उन्होंने कहा कि इसकी अनुमति एसडीएम साहब द्वारा दी गई थी और यह निजी आयोजन था जिसमें सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के लिए सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी लेकिन अंदर की व्यवस्था उनके द्वारा (आयोजकों) की जानी थी। उन्होंने कहा कि इस संबंध मे उच्च स्तर पर एक जांच समिति गठित की गई है और जांच में सब चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।

ALSO READ: UP Hathras Stampede Updates : हाथरस के अलावा देश के मंदिरों और धार्मिक आयोजनों में हुई थी भगदड़ की ये घटनाएं
 
इसके पहले एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने कहा था कि एटा अस्पताल में 27 शव लाए गए हैं। मरने वालों में 23 महिलाएं, 3 बच्चे और 1 पुरुष शामिल हैं। इस बीच कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने एटा के एक अस्पताल में 60 से अधिक शव लाए जाने का दावा किया है।
 
पीड़ितों को मृत अवस्था में या बेहोशी की हालत में ट्रकों तथा अन्य वाहनों से सिकंदराराऊ ट्रामा सेंटर लाया गया। शवों को स्वास्थ्य केंद्र के बाहर रखा गया, जहां लोगों की भारी भीड़ एकत्र हो गई। एक वीडियो क्लिप में एक महिला को ट्रक में 5-6 शवों के बीच बुरी तरह रोते हुए दिखाया गया है। एक अन्य तस्वीर में एक वाहन में एक महिला और एक पुरुष अचेत अवस्था में लेटे नजर आए।
 
प्रत्यक्षदर्शी शकुंतला देवी ने 'पीटीआई-वीडियो' को बताया कि सत्संग खत्म होने के बाद लोग जब आयोजन स्थल से निकल रहे थे, तो उसी समय भगदड़ मची। उन्होंने बताया कि लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरते चले गए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भगदड़ की घटना में लोगों की हुई मौत को 'हृदय विदारक' बताया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
 
मुर्मू ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि उत्तरप्रदेश के हाथरस जिले में हुए हादसे में महिलाओं और बच्चों सहित कई श्रद्धालुओं की मौत की खबर हृदय विदारक है। मैं उन लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।

ALSO READ: UP Hathras Stampede : कौन हैं नारायण साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा, जिनके सत्संग में हुई 100 से ज्यादा लोगों की मौत
 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तरप्रदेश के हाथरस जिले में एक सत्संग समारोह के दौरान भगदड़ मचने की घटना में लोगों की मौत पर दुख जताते हुए पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब के दौरान कहा कि चर्चा के बीच मुझे अभी एक दुखद खबर दी गई है। उत्तरप्रदेश के हाथरस में एक कार्यक्रम में भगदड़ मचने से कई लोगों की दुखद मृत्यु की सूचना आ रही है। मैं मृतकों के प्रति अपनी संवेदना (शोक) व्यक्त करता हूं। मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।
 
इस बीच प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों के लिए 2-2 लाख रुपए और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की। बाद में प्रधानमंत्री ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और राज्य सरकार भी सभी पीड़ितों की हरसंभव सहायता में जुटी हुई है।
 
उन्होंने कहा कि मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने इसमें अपने प्रियजनों को खोया है। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। सिकंदराराऊ के थाना प्रभारी आशीष कुमार ने कहा कि वस्तुत: अत्यधिक भीड़ होने की वजह से भगदड़ मच गई। सत्संग में शामिल होने के लिए अपने परिवार के साथ जयपुर से आई एक महिला ने बताया कि सत्संग के समापन के बाद लोग एकदम से बाहर निकलने लगे जिससे भगदड़ मच गई।
 
एक आधिकारिक बयान के अनुसार योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए तथा घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। सिकंदराराऊ के विधायक वीरेंद्र सिंह राणा ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि एक दिवसीय सत्संग सुबह मंगलवार से शुरू हुआ था।
 
योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अपर पुलिस महानिदेशक (आगरा) और आयुक्त (अलीगढ़) के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं।
 
मुख्यमंत्री ने जनपद हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लिया। उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है।
 
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। बाद में मुख्यमंत्री ने 'एक्स' पर अपने संदेश में कहा कि जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।
 
उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों को युद्ध स्तर पर चलाने और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए गए हैं। योगी ने कहा कि उत्तरप्रदेश सरकार के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी और संदीप सिंह घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं।
 
उन्होंने कहा कि आगरा के अपर पुलिस महानिदेशक और अलीगढ़ के आयुक्त के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।

प्रधानमंत्री ने जताया शोक : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक सत्संग समारोह के दौरान भगदड मचने से बड़ी संख्या में लोगों की मौत पर दुख जताते हुए पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
 
प्रधानमंत्री ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब के दौरान कहा, ‘‘ चर्चा के बीच मुझे अभी एक दुखद खबर दी गई है। उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक कार्यक्रम में भगदड़ मचने से कई लोगों की दुखद मृत्यु की सूचना आ रही है। मैं मृतकों के प्रति अपनी संवेदना (शोक) व्यक्त करता हूं। मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।’’
 
हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र में आयोजित एक सत्संग में मंगलवार को भगदड़ मच गयी, जिसमें 50-60 लोगों की मौत हो गई व बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने यह जानकारी दी।
 
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है। केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उत्तर प्रदेश सरकार के लगातार संपर्क में है। मैं इस सदन के माध्यम से सभी को भरोसा दिलाता हूं कि पीड़ितों को हरसंभव मदद दिलाई जाएगी।’’(भाषा) Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख