झील बनने के संभावित खतरे पर भी नजर : दूूसरी तरफ झील बनने से संभावित खतरे पर नजर रखने को पैंग, तपोवन व रैणी में एसडीआरएफ की एक-एक टीम तैनात की गई है। दूरबीन, सैटेलाइट फोन व पीए सिस्टम से लैस एसडीआरएफ की टीमें किसी भी आपातकालीन स्थिति में आसपास के गांव के साथ जोशीमठ तक के क्षेत्र को सतर्क कर देंगी।