उन्होंने बताया कि जांच में पाया गया है कि दोनों आतंकवादी पुलवामा के पंपोर और त्राल इलाके में आतंकवादियों को हथियार और गोला बारूद के लिए परिवहन तथा आश्रय मुहैया करा रहे थे। उन्होंने बताया कि ये दोनों आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों को संवेदनशील जानकारी देने के मामले में भी लिप्त पाए गए हैं और उनके पास से कुछ सामग्री भी जब्त की गई है।