इन दोनों महिलाओं के पति उन 39 भारतीयों में शामिल हैं, जिनका जून 2014 में आतंकवादी संगठन आईएसआईएस ने अपहरण कर लिया था और इराक के बासूद में उनकी हत्या कर दी थी। चार साल के बाद 2018 में मारे गए इन लोगों की कब्र मोसुल में बरामद की गई थी। समय ने महिलाओं के मन में आतंकवादी संगठन आईएस के प्रति नफरत को कम नहीं किया है।
इराक में मारे गए नदिया जिले के तेहत्ता निवासी खोको सिकदर की विधवा नमिता सिकदर ने कहा कि मुझे टीवी से पता चला कि बगदादी मारा गया है। मैं बहुत खुश हूं। मेरे पति को 38 अन्य लोगों के साथ मारे गए और और इसके पीछे आईएस का हाथ था। उन लोगों (आईएस) ने हजारों निर्दोष लोगों को मार गिराया। मुझे इस बात की खुशी है कि आतंकवादियों का शिविर पूरी दुनिया में ध्वस्त किया जा रहा है। इससे भविष्य में कई लोगों की जान बचेगी।