नई दिल्ली। वायु प्रदूषण के मामले में चौंकाने वाली खबर है। दरअसल, एक बार फिर दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में 21 शहर भारत के हैं। हालांकि पिछली बार यह संख्या 22 थी। दूसरी ओर, कोरोना का कहर झेल रहे चीन में वायु प्रदूषण के मामले में तुलनात्मक रूप से सुधार हुआ है।
वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में भारत के 6 शहर तो ऐसे हैं, जो दुनिया के टॉप 10 प्रदूषित शहरों में शामिल हैं। दिल्ली एनसीआर का गाजियाबाद दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शीर्ष पर है। पिछली बार गाजियाबाद दूसरे स्थान पर था जबकि दिल्ली एनसीआर का ही गुरुग्राम (गुड़गांव) इस सूची में पहले स्थान पर था।
रिपोर्ट के मुताबिक गाजियाबाद के एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 2019 में औसतन 110.2 था, जो कि अमेरिकी पर्यावरण संरक्षण एजेंसी के मानक से दोगुना है। अर्थात कहा जा सकता है कि स्वास्थ्य की दृष्टि से हवा का यह स्तर बहुत ही ज्यादा खराब है।
सबस प्रदूषित शहर गाजियाबाद की ही बात करें तो 2019 में जहां यहां का AQI 110.2 था, जबकि 2018 में यह 135.2 एवं 2017 में 144.6 था। इस आधार पर कह सकते हैं कि गाजियाबाद की हवा में पिछले सालों की तुलना में थोड़ा सुधार जरूर है।
उल्लेखनीय है कि नवंबर 2019 में राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण के कारण ही हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा की गई थी। उस समय दिल्ली में वायु गुणवत्ता (AQI) का स्तर 800 के आसपास था, जो कि तीन गुना से ज्यादा खतरनाक स्तर पर था। इसी चलते दिल्ली की सरकार ने वाहनों के लिए ऑड-ईवन की व्यवस्था की थी।
एनजीटी ने लगाई थी फटकार : आपको बता दें कि NGT ने प्रदूषण रोकने में नाकामी के चलते 21 जुलाई 2019 को दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) को 25 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया था।
एक साल में 70 लाख की मौत : विश्व स्वास्थ्य संगठन का यह आंकड़ा न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए डराने वाला है। इस रिपोर्ट के मुताबिक प्रदूषण के चलते दुनिया में एक वर्ष में 7 लाख लोगों की मौत हो जाती है। इनमें ज्यादातर मामले हृदय रोग, कैंसर और श्वसन प्रणाली में संक्रमण से जुड़े होते हैं।