Rehabilitation of destitute children in country : देश में एक वेब पोर्टल के माध्यम से चिन्हित 23000 बेसहारा बच्चों को विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत करते हुए उनका पुनर्वास किया जा रहा है।पुनर्वास के लक्ष्य से बच्चों की जानकारी इस वेबसाइट पर अपलोड की गई और उनका पता लगाया गया। इन बच्चों को 3 समूहों में बांटा गया है।
अधिकारियों के अनुसार, इन बच्चों को तीन समूहों में बांटा गया है। उन्होंने बताया कि पहली श्रेणी में ऐसे बच्चे शामिल हैं जो या तो अपने परिवार से भागकर या परिवार द्वारा छोड़े जाने के बाद सड़कों पर अकेले रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि दूसरी श्रेणी में ऐसे बच्चे हैं जो अपने परिवार के साथ सड़कों पर रह रहे हैं।
उन्होंने बताया कि 23,000 बेसहारा बच्चों में से 53 प्रतिशत अपने परिवारों के साथ सड़कों पर रहते हैं, 43 प्रतिशत ऐसे हैं जो दिन में सड़कों पर रहते हैं लेकिन रात को अपने घर लौट जाते हैं जबकि चार प्रतिशत ऐसे बच्चे हैं जो सड़कों पर अकेले और बेसहारा हैं।