मुंबई। अरब सागर में 4 दिन पहले पी305 बजरे के डूबने के कारण मारे गए लोगों की संख्या गुरुवार को बढ़कर 49 हो गई, लेकिन 26 लोग अब भी लापता हैं और उन्हें खोजने के लिए नौसेना और तटरक्षक बल का तलाश एवं बचाव अभियान जारी है। टगबोट 'वरप्रदा' के हादसे का शिकार होने के बाद लापता हुए 11 लोगों के लिए भी तलाश एवं बचाव अभियान जारी है। हालांकि चक्रवात ताउते की तबाही में और लोगों के जीवित बचे होने की संभावना क्षीण हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि बजरा पी305 चक्रवाती तूफान 'ताउते' के कारण मुंबई के तट से कुछ दूरी पर सागर में फंस गया था और फिर सोमवार को डूब गया था। एक अधिकारी ने बताया कि बेहद खराब मौसम से जूझते हुए नौसेना के जवानों ने बजरे पी305 पर मौजूद 261 लोगों में से अब तक 186 को बचा लिया है। 'टगबोट' वरप्रदा पर मौजूद रहे 13 लोगों में से 2 लोगों से बचा लिया गया है।
नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि नौसेना के पोत आईएनएस कोच्चि और आईएनएस कोलकाता बुधवार को लोगों के शव लेकर मुंबई पहुंचे। एक अधिकारी ने बताया कि अब लोगों के जीवित मिलने की संभावना बहुत ही कम है। मुंबई पुलिस जांच करेगी कि चक्रवात ताउते के बारे में चेतावनी जारी करने के बावजूद बजरा पी-305 उस क्षेत्र में क्यों रूका रहा? यह जानकारी एक अधिकारी ने दी। पुलिस ने बजरे पर मौजूद लोगों में से जिनके शव बरामद हुए हैं, उनके सिलसिले में दुर्घटनावश मृत्यु रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज की है।
नौसेना के प्रवक्ता ने कहा कि नौसेना का तलाश एवं बचाव अभियान आज चौथे दिन भी जारी है। नौसेना के पोत तथा विमान पी305 पर मौजूद रहे लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं। यह बजरा सोमवार को मुंबई तट से 35 समुद्री मील की दूरी पर डूब गया था। उन्होंने बताया कि तलाश एवं बचाव अभियान में आईएनएस कोच्चि, आईएनएस कोलकाता, आईएनएस ब्यास, आईएनएस बेतवा, आईएनएस तेग, पी-81 टोही विमान, चेतक, एएलएच और हेलीकॉप्टरों की मदद ली जा रही है।
महाराष्ट्र में ताउते चक्रवात के कारण 19 लोगों की मौत : मुंबई से मिले समाचारों के अनुसार 'ताउते' चक्रवात के कारण महाराष्ट्र में 19 लोगों की मौत हो गई और 37 अन्य लोग चक्रवात संबंधी हादसों में घायल हो गए। प्रदेश के आपदा प्रबंधन विभाग ने इसकी जानकारी दी। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने गुरुवार शाम को बताया कि सात जिलों में 19 लोगों की मौत हुई है और इस चक्रवात के कारण राज्य के 10 जिले प्रभावित हुए। प्राधिकरण ने एक रिपोर्ट में बताया कि चक्रवात के कारण महाराष्ट्र में 11 पशु भी मारे गए हैं और इसके कारण 81 ढांचे पूरी तरह नष्ट हो गए और 13,021 ढांचे आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए। (भाषा)