उन्होंने कहा कि एजेंसी ने पिछले महीने कार्रवाई की। इसमें नौसेना के दो सेवानिवृत्त अधिकारियों, एक सेवारत अधिकारी तथा दो अन्य व्यक्तियों को भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत हिरासत में लिया गया। अधिकारियों ने कहा कि अब तक एजेंसी ने दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और अन्य स्थानों सहित 19 जगहों पर तलाशी ली जिसमें महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त किये गए और उनकी जांच की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि इकाई ने इस मामले में कई अन्य अधिकारियों और पूर्व अधिकारियों से पूछताछ की है जो गिरफ्तार किये गए अधिकारी तथा सेवानिवृत्त अधिकारियों के लगातार संपर्क में थे। नौसेना की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि प्रशासनिक और वाणिज्यिक प्रकृति की जानकारी के कथित तौर पर लीक होने में मामले से संबंधित जांच प्रकाश में आई है और सरकार की संबंधित एजेंसी इसकी पड़ताल कर रही है।
बयान में कहा गया कि इस जांच में एजेंसी को नौसेना का पूरा सहयोग मिलेगा। नौसेना ने एक अंदरूनी जांच भी शुरू कर दी है। सूत्रों ने बताया कि नौसेना ने वाईस एडमिरल स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया है। इस समिति में अन्य सदस्यों के अलावा रियर एडमिरल स्तर के एक अधिकारी भी शामिल होंगे।