मुंबई। भारतीय विमानन कंपनियों के 75 से अधिक विमान रखरखाव और इंजन से संबंधित मुद्दों के कारण वर्तमान में ठप खड़े हैं। विमानन क्षेत्र की सलाहकार कंपनी सीएपीए (कापा) की मंगलवार को जारी रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है। रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में 75 से अधिक विमान खड़े हैं। ये विमान पहले से ही प्रतिकूल लागत के चलते गंभीर चुनौतियां पैदा कर रहे हैं।
कापा की रिपोर्ट 'भारत मध्यावधि परिदृश्य-2023' में कहा गया है कि ये विमान रखरखाव और इंजन से संबंधित खामियों के कारण बंद पड़े हैं। इन विमानों की संख्या भारतीय बेड़े का लगभग 10 से 12 प्रतिशत है और दूसरी छमाही में इनका वित्तीय नतीजों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में 75 से अधिक विमान खड़े हैं। ये विमान पहले से ही प्रतिकूल लागत के चलते गंभीर चुनौतियां पैदा कर रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्तमान और भविष्य की आपूर्ति को प्रभावित करने वाली गंभीर आपूर्ति श्रृंखला के कारण क्षमता प्रभावित हुई है। अप्रैल, 2023 से शुरू होने वाले नए वित्त वर्ष में इन मुद्दों के बढ़ने की संभावना है, जो भविष्य में आपूर्ति को प्रभावित करेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले साल पायलटों और इंजीनियरों की कमी जैसे गैर-आपूर्ति के मुद्दे भी उद्योग के लिए चुनौती पैदा कर सकते है।(भाषा)