भारत में बैंकिंग घोटालों के मामलों में सरकारी एक्शन का असर अब दिखने लगा है। विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पर सरकार की चौकसी का असर यह हुआ है कि सरकारी बैंकों को करीब 9371 करोड़ रुपए की संपत्ति ट्रांसफर हो गए हैं। ईडी के मुताबिक, भगोड़े आरोपी विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की 9371 करोड़ रुपए की संपत्ति सरकारी बैंकों को ट्रांसफर कर दी गई है।
एक बयान में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा कि, पीएमएलए के तहत विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के मामले में न केवल 18,170.02 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की, बल्कि 9371.17 करोड़ रुपए की कुर्की / जब्त संपत्ति का एक हिस्सा भी पीएसबी और केंद्र सरकार को ट्रांसफर कर दिया गया है।
ईडी ने कहा कि विजय माल्या और पीएनबी बैंक धोखाधड़ी मामलों में बैंकों की 40 फीसदी राशि पीएमएलए के तहत जब्त किए गए शेयरों की बिक्री के जरिए वसूली गई।
विजय माल्या की बात करें तो उसके ऊपर 9 000 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप दर्ज है। इस मामले में उसकी बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस शामिल है। किंगफिशर एयरलाइंस के पूर्व मालिक विजय माल्या अप्रैल 2019 में अपनी गिरफ्तारी के बाद से प्रत्यर्पण वारंट पर ब्रिटेन में जमानत पर है। फिलहाल माल्या इंग्लैंड में है, जहां से उन्हें वापस लाने के लिए लगातार प्रयास जारी है।