A contingent of 140 CISF personnel deployed for the security of Parliament House: बजट सत्र (Budget session) के दौरान आगंतुकों और उनके सामान की जांच के लिए नई व्यवस्था के तहत संसद परिसर में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के 140 की कर्मियों की टुकड़ी तैनात की गई है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछले महीने संसद की सुरक्षा में हुई चूक के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था की व्यापक समीक्षा की थी जिसके बाद सीआईएसएफ कर्मियों की तैनाती को मंजूरी दी गई थी। 13 दिसंबर को संसद में कुछ लोगों ने घुसकर वहां रंगीन धुआं फैला दिया था।
आगंतुकों और उनके सामान की तलाशी लेंगे : सीआईएसएफ के 140 कर्मियों ने सोमवार को संसद भवन परिसर की सुरक्षा का जिम्मा संभाल लिया। सूत्रों के मुताबिक वे आगंतुकों और उनके सामान की तलाशी लेंगे तथा भवन की सुरक्षा का जिम्मा भी संभालेंगे। उन्होंने बताया कि यह दल वहां पहले से मौजूद अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ संसद परिसर का जायजा ले रहा है ताकि 31 जनवरी से अपनी जिम्मेदारी पूरी करने के लिए तैयार हो सके जब बजट सत्र की शुरुआत होगी।
सीआईएसएफ को नए और पुराने संसद भवन का नियंत्रण : सूत्रों ने बताया कि सीआईएसएफ को नए और पुराने संसद भवन परिसर का नियंत्रण दिया जाएगा, जहां हवाई अड्डे जैसी सुरक्षा व्यवस्था होगी जिसमें व्यक्ति और सामान की जांच एक्स-रे मशीन व मेटल डिटेक्टर से होगी तथा जूतों, भारी जैकेट और बेल्ट को एक ट्रे में रखकर एक्स-रे मशीने से जांच करने का भी प्रावधान है।
सीआईएसएफ पर अहम प्रतिष्ठानों की सुरक्षा का जिम्मा : सीआईएसएफ में करीब 1.70 लाख कर्मी हैं और यह केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आता है। इसके पास देश के 68 नागरिक हवाई अड्डों के अलावा एयरोस्पेस और परमाणु ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े अहम प्रतिष्ठानों की सुरक्षा का भी जिम्मा है। सूत्रों ने पहले बताया था कि नए और पुराने संसद भवन परिसरों और उनसे संबद्ध इमारतों को सीआईएसएफ के व्यापक सुरक्षा घेरे में लाया जाएगा और संसद सुरक्षा सेवा (पीएसएस), दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के संसद ड्यूटी समूह (पीडीपीजी) भी रहेंगे।(भाषा)