वेबदुनिया के साथ पाकिस्तान के साथ हुए 1971 युद्ध के अपने अनुभव को साझा करते हुए पेठिया कहते हैं कि जिस तरह अभिनंदन अपने जुनून से टारगेट को सफलतापूर्वक बर्बाद करने के बाद पाकिस्तान के कब्जे में आ गए, ठीक कुछ इसी तरह 48 साल पहले उनके साथ हुआ था। उस वक्त फाइटर पायलट आदित्य लड़ाकू विमान मिस्टीयर उड़ा रहे थे और दुश्मन के टैंक ले जा रही ट्रेन को बर्बाद करने के दौरान वो पाक के कब्जे में आ गए थे।