आचार्यश्री ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री महोदय को अयोध्या से क्या गुरेज है? वे अब तक अयोध्या क्यों नहीं गए? जिस राम मंदिर आंदोलन ने आपको (पीएम) शून्य से शिखर तक पहुंचाया, आपका कर्तव्य था कि राम मंदिर के लिए कानून बनाते। अयोध्या की पहचान भगवान श्रीराम की जन्मभूमि से है। इसमें किसी को भी संदेह नहीं होना चाहिए। कौन-सा बाबर, कहां का बाबर, कौन-सा मीर बांकी, क्या लेना-देना उनका अयोध्या से? यह सब निर्बलता का परिचायक है।