बयान में कहा गया, दोनों पक्षों के पास बहुआयामी द्विपक्षीय सामरिक भागीदारी के व्यापक क्षेत्र का जायजा लेने का मौका होगा, जिसमें नव विकास भागीदारी शामिल है। दोनों पक्ष अफगानिस्तान में शांति, सुरक्षा, स्थायित्व एवं समृद्धि के साझा उद्देश्य को बढ़ावा देने और आतंकवाद की समस्या से लड़ने के प्रयासों को लेकर विचार-विमर्श करेंगे तथा समन्वय स्थापित करेंगे। दोनों देश परस्पर हित के क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे।
दोनों देशों के बीच हाल में हुए उच्च स्तर के द्विपक्षीय आदान-प्रदान को इस यात्रा से और मजबूती मिलेगी। गौरतलब है कि हाल में अफगानिस्तान के मुख्य कार्यकारी अब्दुल्ला अब्दुल्ला और विदेश मंत्री सलाहुद्दीन रब्बानी द्विपक्षीय सामरिक भागीदारी परिषद की बैठक के लिए भारत आए थे जिसकी सह अध्यक्षता विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने की थी। सुषमा गनी से मिलेंगी। अफगान राष्ट्रपति विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन (थिंक टैंक) में एक सभा को संबोधित भी करेंगे। (भाषा)