गंगा के लिए न्यूनतम प्रवाह, जिसे उसके रास्ते में विभिन्न स्थानों पर बनाए रखना है, पर एक सरकारी अधिसूचना का जिक्र करते हुए भारती ने कहा कि जब तक दुनिया के सबसे बड़े जलाशयों में से एक इस नदी की समस्याएं समझी नहीं जातीं, उसकी दुश्वारियों का निवारण नहीं हो सकता है।
उन्होंने कहा कि नितिन (गडकरी) जी ने यह कार्यक्रम शुरू किया है और सभी नदियां‘मी टू’कहने लगेंगी। हम भी ऐसी ही अधिसूचना चाहते हैं। नदी और महिलाओं के आगे बढ़ने में कोई रुकावट नहीं होनी चाहिए। यही संकल्प आज लिया जा रहा है। इस कार्यक्रम में गडकरी भी मौजूद थे। विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर के ‘मी टू’अभियान में घिर जाने के बारे में पूछे जाने पर गडकरी ने कोई जवाब नहीं दिया।