अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अभियान में सोमवार को तब महत्वपूर्ण कामयाबी मिली जब बचावकर्मियों ने सुरंग के अवरुद्ध हिस्से में ड्रिलिंग कर मलबे के आरपार छह इंच व्यास की पाइप लाइन डाल दी, जिसके जरिए पिछले आठ दिनों से सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को ज्यादा मात्रा में खाद्य सामग्री, संचार उपकरण तथा अन्य जरूरी वस्तुएं पहुंचाई जा सकेंगी।
अब तक श्रमिकों तक ऑक्सीजन, हल्की खाद्य सामग्री, मेवे, दवाइयां और पानी पहुंचाने के लिए चार इंच के पाइप का इस्तेमाल किया जा रहा था। महत्वाकांक्षी चारधाम सड़क परियोजना के तहत यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही साढ़े चार किलोमीटर लंबी सिलक्यारा सुरंग का एक हिस्सा ढहने से इसके अंदर काम कर रहे 41 श्रमिक फंस गए, जिन्हें निकाले जाने के लिए युद्ध स्तर पर बचाव और राहत अभियान जारी है।
सुरंग स्थल पर बचाव कार्यों में सहायता के लिए वायुसेना भारी मशीनरी पहुंचा रही है। वायुसेना ने एक्स पर पोस्ट किया, उत्तरकाशी में बचाव कार्यों के लिए वायुसेना की सहायता निरंतर जारी है। एक सी-17 और दो सी-130 जे विमानों के जरिए वायुसेना ने आज 36 टन वजनी अन्य महत्वपूर्ण उपकरण पहुंचाए। यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक सभी उपकरण पहुंचा नहीं दिए जाते।