एयर चीफ मार्शल भदौरिया ने वायुसेना के 88वें स्थापना दिवस पर यहां वायु सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें मौजूदा तथा भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए अपने आपको एक ऐसे बल के रूप में बदलना है, जो हर तरह की चुनौती से पार पा सके।
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि वे देश को आश्वस्त करना चाहते हैं कि वायुसेना किसी भी स्थिति और चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है। वायुसेना प्रमुख ने कहा कि यह समय की जरूरत है कि वायुसेना हर तरह से मजबूत बने और चुनौतियों की कसौटियों पर खरी उतरे, साथ ही यह आत्मनिर्भर भारत के लिए भी जरूरी है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संदेश में कहा कि वायुसेना दिवस पर हम अपने वायु योद्धाओं, वायुसेना के पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को गौरव तथा सम्मान के साथ बधाई देते हैं। हमारी हवाई सीमाओं की सुरक्षा करने और आपदा के समय राहत और बचाव अभियानों में प्रशासन के सहयोग के लिए राष्ट्र वायुसेना के योगदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता है। आधुनिकीकरण की प्रक्रिया के तहत राफेल विमान तथा अपाचे और चिनूक हेलीकॉप्टरों को वायुसेना में शामिल किए जाने से उसकी ताकत बढ़ी है। विश्वास है कि आने वाले समय में वायुसेना प्रतिबद्धता और प्रतिस्पर्धा के नए मानक स्थापित करेगी।
मोदी ने कहा कि एयर फोर्स डे पर भारतीय वायुसेना के सभी वीर योद्धाओं को बहुत-बहुत बधाई। आप न सिर्फ देश के आसमान को सुरक्षित रखते हैं, बल्कि आपदा के समय मानवता की सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभाते हैं। मां भारती की रक्षा के लिए आपका साहस, शौर्य और समर्पण हर किसी को प्रेरित करने वाला है। (वार्ता)