नागर विमानन मंत्रालय का यह प्रस्ताव, ऐसी पतंगों से पायलटों के लिए विशेष रूप से उड़ान भरते समय और उतरने के समय दिक्कतें पैदा होने की पृष्ठभूमि में आया है। हवाई अड्डों के समीप पतंग उड़ाने से रोकने के लिए, नागर विमानन मंत्रालय विमानन कानून, 1937 में संशोधन करना चाहता है।
इस तरह की रोशनी बाकी चीजों के अलावा नियम के अनुसार संबंधित हवाई अड्डे से पहुंचने या प्रस्थान करने वाले विमान की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है। ऐसे मामलों में, मंत्रालय ऐसी संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है। भारत विश्व में सबसे तेज़ी से बढ़ते विमानन बाजार में आता है और लगातार दहाई अंक की वृद्धि दर्ज कर रहा है। इसके अलावा घरेलू एयरलाइंस के स्वामित्व वाले विमान बेड़ों की संख्या भी बढ़ रही है। (भाषा)