ऐश्वर्या राय का हुआ ED से सामना, पनामा पेपर्स लीक मामले को लेकर 6 घंटे की पूछताछ में जानिए क्या हुए सवाल...

मंगलवार, 21 दिसंबर 2021 (00:45 IST)
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन से 2016 के 'पनामा पेपर्स' लीक प्रकरण से जुड़े एक मामले में सोमवार को  6 घंटे तक पूछताछ की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
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उन्होंने कहा कि अभिनेता अमिताभ बच्चन और समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन की 48 वर्षीय पुत्रवधू से पूछताछ ईडी द्वारा उनके पति अभिषेक बच्चन से पनामा पेपर्स' लीक प्रकरण से जुड़े एक अन्य मामले में पूछताछ किए जाने के कुछ सप्ताह बाद हुई है। ईडी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के प्रावधानों के तहत ऐश्वर्या राय बच्चन का बयान दर्ज किया।
 
कुछ दस्तावेज भी सौंपे : पूर्व मिस वर्ल्ड मध्य दिल्ली में जाम नगर हाउस स्थित एजेंसी के कार्यालय से शाम सात बजे के बाद निकलीं। अधिकारियों ने बताया कि अभिनेत्री से करीब छह घंटे तक पूछताछ की गई। अभिनेत्री को ईडी कार्यालय के पिछले दरवाजे से एक सफेद कार में ले जाया गया और मीडियाकर्मियों की भीड़ उनकी टिप्पणी प्राप्त करने में विफल रही। सूत्रों ने बताया कि अभिनेत्री ने मामले के संबंध में एजेंसी को कुछ दस्तावेज भी सौंपे।
मीडिया खबरों के मुताबिक उनसे ये सवाल पूछे गए- 
एमिक पार्टनर्स 2005 में ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में निगमित और रजिस्टर्ड कंपनी थी। इस कंपनी के साथ आपका क्या संबंध है? 
क्या आप उस लॉ फर्म को जानती हैं जहां मोसैक फोन्सेका ने कंपनी को रजिस्टर किया था?  
इस कंपनी के निदेशकों में आप, आपके पिता  कृष्ण राय, आपकी माता कविता राय और आपके भाई आदित्य राय शामिल हैं। आप इस बारे में क्या कह सकती हैं... 
एजेंसी ने और कई सवाल पूर्व मिस वर्ल्ड से पूछे।
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क्या है मामला : मामला वर्ष 2016 में वाशिंगटन स्थित ‘इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स’ (आईसीआईजे) द्वारा पनामा की कानूनी फर्म मोसैक फोंसेका के रिकॉर्ड की जांच से जुड़ा है, जिसे 'पनामा पेपर्स' नाम से जाना जाता है। इसमें विश्व के कई नेताओं और मशहूर हस्तियों के नाम सामने आए थे, जिन्होंने कथित तौर पर देश से बाहर की कंपनियों में विदेशों में पैसा जमा किया था। इनमें से कुछ के बारे में कहा गया है कि उनके पास वैध विदेशी खाते हैं। इस खुलासे में कर चोरी के मामलों को सामने लाया गया था।
 
बच्चन परिवार की जांच :  इस प्रकरण में भारत से संबंधित कुल 426 मामले थे। ईडी 2016-17 से बच्चन परिवार से जुड़े मामले की जांच कर रहा है। इसने बच्चन परिवार को नोटिस जारी कर उन्हें 2004 से भारतीय रिजर्व बैंक की उदारीकृत प्रेषण योजना (एलआरएस) के तहत और फेमा के तहत विनियमित अपने विदेशी प्रेषण की व्याख्या करने को कहा था। बच्चन परिवार ने उस समय एजेंसी को कुछ दस्तावेज सौंपे थे। सूत्रों ने कहा कि परिवार से जुड़ी कथित अनियमितताओं के कुछ अन्य मामले भी संघीय जांच एजेंसी की जांच के दायरे में हैं।
 
अभिषेक से हो चुकी है पूछताछ : ऐश्वर्या राय बच्चन के बारे में आईसीआईजे ने कहा था कि वे ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स (बीवीआई) में 2005 में बनी एक विदेशी कंपनी से जुड़ी हैं। अभिनेत्री के परिवार को भी इस विदेशी कंपनी का हिस्सा बताया गया था, जिसकी 50,000 डॉलर की प्रारंभिक अधिकृत पूंजी थी।  कंपनी कथित तौर पर 2008 में भंग कर दी गई थी। सूत्रों ने कहा कि अभिषेक बच्चन से भी पूर्व में प्रकरण से जुड़े एक अन्य मामले में ईडी द्वारा पूछताछ की जा चुकी है।
 
अघोषित क्रेडिट का पता चला : सरकार ने पनामा पेपर्स और इसी तरह के वैश्विक कर लीक मामलों की जांच की निगरानी के लिए केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष के अधीन केंद्रीय जांच एजेंसियों का एक बहु-एजेंसी समूह (एमएजी) बनाया था, जिसमें ईडी, भारतीय रिजर्व बैंक और वित्तीय खुफिया इकाई (एफआईयू) के अधिकारी भी शामिल हैं। इसने हाल ही में कहा था कि 1 अक्टूबर, 2021 तक पनामा और पैराडाइज पेपर लीक मामले में भारत से जुड़ी 930 हस्तियों/संस्थाओं के संबंध में "कुल 20,353 करोड़ रुपए के अघोषित क्रेडिट" का पता चला है।

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