पवार ने शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि जब कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन के महाराष्ट्र में सत्ता होने के दौरान यहां 26 नवंबर, 2008 को आतंकवादी हमले हुए थे, तब ऐसी कोई मांग नहीं की गई थी। इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेता बाबा सिद्दीकी अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में शामिल हुए।
पवार ने कहा, विपक्ष ने आज सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। हमारी महायुति (भाजपा-शिवसेना-राकांपा गठबंधन) को 225 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने कहा, कुछ लोग भय का यह माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं कि राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है, जब 26/11 का आतंकवादी हमला हुआ था, तब ऐसी कोई मांग नहीं की गई थी।
महाराष्ट्र सरकार को बर्खास्त करने और राष्ट्रपति शासन की मांग : पवार ने साथ ही कहा कि विपक्ष ने राज्य में हुईं हिंसा की जिन हालिया घटनाओं के कारण उन पर निशाना साधा है, वह उन घटनाओं का बचाव नहीं कर रहे या उन्हें उचित नहीं ठहरा रहे। शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार पर शनिवार को हमले तेज करते हुए उसे बर्खास्त करने और राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की थी।