मंदिर के प्रवक्ता हरीश पटेल ने बताया कि मंगलवार को 700 से ज्यादा श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए आए, जो कि कोरोना काल से पहले औसतन हजारों श्रद्धालुओं की संख्या की तुलना में बेहद कम हैं। केंद्र सरकार की ओर से ‘अनलॉक-2’ की घोषणा के बाद जून के दूसरे सप्ताह में धार्मिक स्थल खुलने लगे थे लेकिन अक्षरधाम मंदिर ने स्थिति में सुधार की प्रतीक्षा करना ही जरूरी समझा था।
पटेल ने कहा कि हम लोगों के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित थे, क्योंकि शहर के सभी हिस्सों से संक्रमण के मामले आ रहे थे। अब स्थिति में सुधार हो रहा है और यह नियंत्रण में भी है। उन्होंने बताया कि मंदिर को 22 मार्च को बंद कर दिया गया था।
पटेल ने कहा कि मंदिर में हर आधे घंटे बाद उस क्षेत्र को रोगाणुमुक्त किया जा रहा है, जहां श्रद्धालु आते हैं, वहीं रात 8 बजकर 30 मिनट पर मंदिर के बंद होने से पहले भी इसकी व्यापक स्तर पर साफ-सफाई की जाएगी और इसे रोगाणुमुक्त किया जाएगा। (भाषा)