अलका ने ट्वीट कर कहा कि यहां भी इसका सास-बहू का नाटक चालू है, संसद भी इसको थिएटर लगता है, डायलॉगबाजी कर, थोड़ा रोना-धोना कर, यह सोचती है कि एक मंत्री के तौर पर अपनी जिम्मेदारियों और जवाबदेही से बच निकलेगी। अलका ने निहालचंद, चिन्मयानंद, नित्यानंद और कुलदीप सेंगर पर चुप्पी के लिए स्मृति की आलोचना की।
हालांकि अलका लांबा के ट्वीट के बाद लोगों ने दोनों को ही आड़े हाथों लिया। यशपालसिंह ठाकुर ने लिखा- किस्मत की बात है आप गली-मोहल्ले में एक्टिंग करती हैं, ये टीवी पर एक्टिंग करती हैं। विवेक यादव ने कहा- स्मृति मैडम को नरेन्द्र मोदी की वीडियो जरूर देखनी चाहिए।
आशा झा नामक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि एक महिला के दूसरी महिला के लिए ये शब्द, वो भी सार्वजनिक मंच पर। शर्म कीजिए आप। आप जैसी महिलाएं उन पुरुषों को हिम्मत देती हैं जो महिलाओं के लिए सार्वजनिक रूप से अपशब्दों का इस्तेमाल करते हैं। विजेन्द्र गुप्ता ने ऐसे शब्द आपके लिए कहे थे तो आपने पूरे दिल्ली सदन को सिर पर उठा लिया था।
आशीष कुमार ने लिखा- एकता कपूर जी ले जाइए आप इस बला को अपने टीवी पे फिर से, संसद में भी शुरू हो गई है नौटंकी। वहीं, राजकुमार राणा ने अलका पर कटाक्ष किया कि आप कितनी हिमायती बन लो कोई भाव नहीं दे रहा।