उल्लेखनीय है कि 31 अगस्त 2019 को एनआरसी की अंतिम सूची प्रकाशित होने के बाद वास्तविक भारतीय नागरिकों के नाम शामिल और बाहर किए जाने का पूरा विवरण आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किया गया था। इससे उन लोगों में दहशत का माहौल है जिनके नाम सूची से बाहर कर दिए गए हैं और नाम खारिज किए जाने का प्रमाणपत्र जारी नहीं किया गया है।