अमित शाह भाजपा के 38वें स्थापना दिवस पर एक रैली को संबोधित करने के बाद संवाददाओं से बातचीत कर रहे थे। शाह ने कहा, ‘संप्रग सरकार ने 2013 में सिफारिश (लिंगायत को अल्पसंख्यक समूह का दर्जा देने की) को खारिज कर दिया था। मौजूदा फैसला सिर्फ येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री बनने से रोकने के लिए है। यह एक चुनावी चाल है।’
शाह से सिद्धारमैया के उस बयान के बारे में सवाल किया गया जिसमें उन्होंने कहा था कि शाह एक जैन हैं। इस पर शाह ने कहा, ‘मैं जैन नहीं बल्कि एक हिंदू वैष्णव हूं।’ उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि 2014 में बहुमत हासिल करने के बाद भी भाजपा ने हमेशा अपने सहयोगी दलों को शामिल किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि शिवसेना भाजपा के साथ बनी रहेगी।
शाह ने कहा कि त्रिपुरा, असम और अन्य स्थानों पर बहुमत हासिल करने के बाद भी भाजपा ने अपने सहयोगियों को सरकार में शामिल किया। उन्होंने कहा कि 2019 में भी हम राजग की सरकार बनाएंगे, हालांकि भाजपा को अपने दम पर बहुमत प्राप्त होगा।