फोरेंसिक ऑडिटरों ने यह भी कहा कि कानून के तहत नियुक्त कंपनी के ऑडिटरों ने भी कई गलतियां कीं और वे अपने कर्तव्यों का पालन करने में पूरी तरह विफल रहे। पीठ ने कहा कि समूह द्वारा इधर-उधर किए गए धन को वापस निकालना होगा। इसी के लिए यह फोरेंसिक ऑडिट है और यह इसलिए भी है कि इस (हेराफेरी) सबके पीछे जिम्मेदार लोगों को पकड़ा जाए और जरूरी हो तो उन्हें जेल भेजा जाए।