इस बीच, सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में अपना क्षोभ प्रकट करते हुए किसान समर्थक प्रस्ताव दिए हैं। उन्होंने पत्र में कहा कि कोई भी भारतीय और निश्चित रूप से पंजाब में कोई भी व्यक्ति, राष्ट्रीय राजधानी में हमारे भाइयों के दुख से बेखबर नहीं है। उन्होंने दुख जताया कि दिल्लीवासी गंभीर वायु प्रदूषण में सांस ले रहे हैं।
उन्होंने सवाल किया कि कैसे एक देश को विकसित कहा जा सकता है, अगर उसकी राजधानी गैस चैंबर बन गई है वो भी प्राकृतिक आपदा से नहीं, बल्कि मानव निर्मित कारणों से।
उन्होंने कहा कि पंजाब ने पराली जलाने के खिलाफ कानून लागू करने का हरसंभव प्रयास किया और किसानों पर जुर्माना भी लगाया। जबकि, यह एक समुदाय को दंडित करने की मेरी सोच के विपरीत था, जिन्हें राष्ट्र की तरफ से हमेशा नुकसान हुआ और नुकसान हो रहा है।