अमेरिकी धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट मोदी सरकार के प्रति पूर्वाग्रह से प्रेरित: भाजपा

शनिवार, 22 जून 2019 (21:29 IST)
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने '2018 की अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता' रिपोर्ट को केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार तथा पार्टी के प्रति पूर्वाग्रह से प्रेरित बताया है तथा अल्पसंख्यकों के साथ हिंसा को षड्यंत्र बताए जाने को सरासर झूठ करार दिया है।
 
भाजपा के मीडिया विभाग के प्रमुख अनिल बलूनी ने शनिवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि 2018 की अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट मोदी सरकार तथा भाजपा के प्रति पूर्ण रूप से पूर्वाग्रह से प्रेरित है।
 
बलूनी ने कहा कि इस रिपोर्ट की मूल अवधारणा कि 'यहां अल्पसंख्यकों के साथ हिंसा के पीछे कोई षड्यंत्र है', सरासर झूठ है। इसके विपरीत ऐसे ज्यादातर मामलों में स्थानीय विवाद और अपराधी तत्वों का हाथ होता है। जब कभी जरूरत महसूस हुई तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के अन्य नेताओं ने अल्पसंख्यकों तथा समाज के कमजोर तबके के लोगों के विरुद्ध हुई हिंसा की कड़ी आलोचना की है।
 
उन्होंने कहा कि भारत की लोकतांत्रिक संस्थाओं की जड़ें बहुत गहरी हैं। वे पूरी तरह से स्वतंत्र हैं और वे ऐसे विवादों का फैसला करने और दोषियों को सजा देने में पूर्णतया सक्षम हैं। दुर्भाग्यवश इन तथ्यों को इस रिपोर्ट में बिलकुल नजरअंदाज कर दिया गया है।
 
भाजपा सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा 'सबका साथ, सबका विकास' के सिद्धांत में विश्वास करती है। मोदी सरकार द्वारा आरंभ तथा कार्यान्वित की गईं बड़ी-बड़ी योजनाओं से समाज के हर जाति, धर्म और क्षेत्र के लोगों को लाभ हुआ है।
 
उन्होंने कहा कि सभी गरीब, वंचित चाहे वे किसी भी धर्म या लिंग के हों, के जीवन स्तर को उठाने और अपनी उपलब्धियों पर भाजपा गर्व करती है। भारत की जनता ने मोदी के नेतृत्व वाले भाजपा एवं राजग के विकास के एजेंडे पर पूर्ण विश्वास जताया है और हाल ही में उसे बहुमत से जिताया है। (वार्ता)

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