उन्होंने कहा, 'दिसंबर 2013 में कानून बनाया गया और मोदी ने 2014 में सरकार का गठन किया। ऐसा लगा कि मोदी लोकपाल नियुक्त करेंगे और लोकपाल कानून को लागू करेंगे और देश में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जाएगी।' उन्होंने कहा कि मोदी 2014 में सत्ता में आए। केवल इसे लागू करने की जरूरत थी लेकिन पांच साल बीत गए। कुछ या अन्य कारणों का हवाला देकर लोकपाल की नियुक्ति में देरी की गई।
हजारे ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को 32 पत्र लिखे लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, 'ऐसे में मैंने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी से रालेगण सिद्धि में अनशन पर जाने का निर्णय किया है।'