सिख विरोधी दंगों की फिर से जांच करेगी एसआईटी?

रविवार, 1 फ़रवरी 2015 (14:46 IST)
नई दिल्ली। सरकार द्वारा नियुक्त की गई एक समिति ने 1984 के सिख विरोधी दंगों की फिर से जांच करने के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने की सिफारिश की है।
 
उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) न्यायमूर्ति जीपी माथुर की अध्यक्षता में गठित समिति ने पिछले सप्ताह गृहमंत्री राजनाथ सिंह को अपनी रिपोर्ट सौंपी है और सिख विरोधी दंगों की एसआईटी से नए सिरे से जांच कराए जाने की सिफारिश की है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
 
सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण इस संबंध में एक आदेश 7 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद आने की संभावना है।
 
31 अक्टूबर 1984 को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या किए जाने के बाद सिख विरोधी दंगे भड़क उठे थे। इन दंगों में 3,325 लोगों में से अकेले दिल्ली में 2,733 लोग मारे गए थे जबकि बाकी लोग उत्तरप्रदेश, हरियाणा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र तथा अन्य राज्यों में मारे गए थे। भाजपा ने पूर्व में सभी सिख विरोधी दंगों की फिर से जांच किए जाने की मांग की थी।
 
न्यायमूर्ति नानावटी आयोग ने पुलिस द्वारा बंद किए गए 241 मामलों में से केवल 4 को ही फिर से खोलने की सिफारिश की थी लेकिन भाजपा अन्य सभी 237 मामलों की फिर से जांच करवाना चाहती थी। (भाषा) 

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