@AnupamPKher ने अपनी Instagram story में स्पष्ट कर दिया है कि "हो तिमिर कितना भी गहरा" के वास्तविक कवि हर्षवर्धन प्रकाश हैं। शुक्रिया सर। उम्मीद है कि आप Twitter, Facebook और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस कविता से जुड़ी अपनी पोस्ट में भी कवि को उसका जायज़ क्रेडिट देंगे। pic.twitter.com/Evj8527mrC
— Harshwardhan Prakash (@hwponline) May 16, 2021 async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"> >ऐसा ही अभिनेता अनुपम खेर ने किया। हाल ही में अनुपम खेर ने एक कविता पढ़ी, जिसका श्रेय महाकवि दिनकर को दिया गया। जबकि कविता इंदौर के कवि हर्षवर्धन प्रकाश की है।