पुलिस उपायुक्त मधुर वर्मा ने बताया कि यह व्यक्ति उसकी पत्नी, एक ड्राइवर, एक अन्य व्यक्ति के साथ सेना भवन पहुंचा था। सेना के अधिकारियों ने उनकी जांच की और बाद में चारों को हिरासत में ले लिया गया। वर्मा ने कहा, प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि गिरफ्तार किए गए आरोपी बेरोजगार युवकों को सेना में नौकरी का झांसा देकर उन्हें ठगते थे।
चारों आरोपियों में से एक ने बाद में पुलिस को बताया कि उसने भारतीय सेना में नौकरी के नाम पर मुख्य आरोपी को ढाई लाख रुपए दिए थे। इस मामले में दक्षिण एवेन्यू थाने में आईपीसी की धारा 419, 420 और 468 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। (वार्ता)