उन्होंने कहा कि सेना पर पत्थर से हमला करना युद्ध के समान है और ऐसा करने वाले देशद्रोहियों के ऊपर कार्पेट बांबिंग (भारी बमबारी) की जानी चाहिए। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने जेलों में बंद सभी हिन्दूवादी नेताओं को तत्काल रिहा किए जाने की मांग करते हुए कहा भी कहा कि मालेगांव बम धमाके के मामले में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को गलत तरीके से एक षड्यंत्र के तहत जेल में रखा गया था। (वार्ता)