जेटली ने कहा, 'प्रत्येक राजनीतिक दल को एक बैंक खाता अधिसूचित करना है। इसी खाते में बांड जमा किया जा सकता है। बहुत कम समय में इसे केवल संबंधित राजनीतिक दल के खाते में ही भुनाया जाएगा। समय अवधि को योजना में अधिसूचित किया जाएगा। इसे कुछ दिनों में ही भुनाना होगा न कि महीनों में।'
बजट में राजनीतिक दलों को नकद चंदा देने की 2,000 रुपए की सीमा लगाने पर वित्त मंत्री ने कहा कि बांड को चैक या ई-भुगतान के जरिये ही खरीदा जा सकता है। इस प्रकार, प्राप्तकर्ता के हाथ में स्वच्छ मुद्रा होगी, चंदा देने वालों के हाथ में कर भुगतान वाला धन होगा। (भाषा)