राज्यसभा में बुधवार को भोजनावकाश के बाद सदन के नेता अरुण जेटली ने कहा कि विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान का मुद्दा उठाया था। चुनाव में सभी पक्षों की ओर से तमाम बयान दिए गए। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की देश के लिए प्रतिबद्धता को लेकर कोई सवाल नहीं उठा सकता है।
नेता प्रतिपक्ष आजाद ने कहा कि वे सदन के नेता के बयान पर आभार व्यक्त करते हैं तथा चुनाव के दौरान यदि किसी ने ऐसा बयान दिया है जिससे प्रधानमंत्री की गरिमा की कम होती हो तो उनकी पार्टी उस बयान से खुद को संबद्ध नहीं करती है। प्रधानमंत्री के खिलाफ कोई भी बयान कांग्रेस को स्वीकार नहीं है। जेटली और आजाद के बयानों के बाद सदन में सामान्य ढंग से कामकाज चलने लगा।