केजरीवाल ने 2015 के चुनाव में जीत के बाद कहा था कि लोगों ने साबित कर दिया है कि केजरीवाल के शासन का मॉडल बेहतर है और हमारे मॉडल का केंद्र आम आदमी है। अब एक बार फिर दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप की भव्य जीत का श्रेय भी काफी हद तक 2015 से अब तक 500 से अधिक मोहल्ला क्लिनिकों के खोले जाने को दिया जा रहा है।
इस मोहल्ला क्लिनिकों में चिकित्सक मौजूद रहते हैं, दवाइयां उपलब्ध हैं और कई महंगे परीक्षण मुफ्त में कराए जाते हैं। इस योजना की सफलता को भांपते हुए मध्यप्रदेश, झारखंड, तेलंगाना और कनार्टक आदि राज्य और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर भी ऐसी ही योजना लाने की घोषणा कर चुके हैं।
दिल्ली सरकार ने प्रतिवर्ष करीब 400 करोड़ रुपए इन मोहल्ला क्लिनिकों पर खर्च किए हैं और उनकी योजना अब इसकी संख्या बढ़ाकर 1,000 करने की है ताकि हर इलाके में 10,000 से 15,000 लोग इसकी सेवाएं ले सकें।
संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान और नॉर्वे के पूर्व प्रधानमंत्री ग्रो हार्लेम ब्रुन्डलैंड ने भी आप की इस योजना की सराहना की थी, वहीं दिल्ली यात्रा के दौरान संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की-मून ने तो एक मोहल्ला क्लिनिक का दौरा भी किया था।