अदालत ने 12 जुलाई को केजरीवाल को कोर्ट में पेश करने का निर्देश दिया है। सीबीआई का कहना है कि केजरीवाल प्रमुख राजनीतिक व्यक्ति हैं, जांच को प्रभावित कर सकते हैं। सीबीआई का कहना है कि केजरीवाल की कस्टडी में रखने की आवश्यकता थी ताकि उन्हें मामले से संबंधित दस्तावेज दिखाए जा सकें।
जांच एजेंसी ने ये आरोप लगाया कि केजरीवाल ने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को फंसाया और शराब नीति के निजीकरण का ठीकरा उनके सिर फोड़ा। केजरीवाल ने अदालत में इन दावों का खंडन किया है। केजरीवाल ने कहा कि वे और सिसोदिया दोनों ही निर्दोष हैं। केजरीवाल ने कहा कि मैं निर्दोष हूं, और अन्य आप नेता, जिसमें मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं वे भी निर्दोष हैं।