इससे पहले भाजपा विधायकों ने मुख्यमंत्री केजरीवाल से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले को उठाना चाहा, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने इन विधायकों की मांग अस्वीकार कर दी। इसके बाद भाजपा विधायक दल के नेता विजेंदर गुप्ता को सदन से बाहर निकाल दिया गया। बाद में वे दिल्ली विधानसभा के बाहर धरने पर बैठ गए।
कई दिनों की गहमागहमी के बाद दिल्ली विधानसभा में भ्रष्टाचार पर चर्चा कराने की मांग की गई, लेकिन इस मांग को दरकिनार कर आप की अलका लांबा ने ईवीएम में छेड़छाड़ पर चर्चा शुरू की। इससे पहले स्पीकर ने भाजपा के विजेंदर गुप्ता का स्थगन प्रस्ताव खारिज कर दिया।
सदन की कार्यवाही के दौरान सभी की नजरें स्पीकर के रुख पर लगी थीं। समझा गया था कि इसमें केजरीवाल अपनी सरकार से बर्खास्त कपिल मिश्रा के आरोपों का जवाब देते लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज विधानसभा में EVM जैसी मशीन से लाइव डेमो कर दिखाया कि किस तरह से मशीन में छेड़छाड़ की जाती है।
अलका लांबा ने कहा, चुनाव आयोग के पास पोलिंग बूथ से ज्यादा EVM मशीनें होने के बावजूद दिल्ली नगर निगम चुनावों में राजस्थान से मशीनें क्यों मंगाई गईं? अलका लांबा ने ईवीएम में छेड़छाड़ पर चर्चा शुरू की और लाइव डेमो के बाद सौरभ ने कहा कि दुनिया किसी भी प्रकार की मशीन में गड़बड़ी संभव है। लेकिन भ्रष्टाचार पर केजरीवाल के बयान और स्पष्टीकरण पर कोई चर्चा या बातचीत नहीं की और इस तरह केजरीवाल पर आरोपों को अपने बहुमत के दम पर आम आदमी पार्टी ने दूसरी दिशा में मोड़ने में सफलता पाई।