सावंत ने कहा कि हमने विधानसभा चुनाव गठबंधन में लड़ा था। इसमें कुछ चीजों पर सहमति बनी थी। उन्होंने कहा कि इसमें मुख्यमंत्री पद सहित सीटों के 50-50 के अनुपात में बंटवारे का फार्मूला तय हुआ था, लेकिन भाजपा अब इससे इंकार कर रही है। शिवसेना नेता ने कहा कि वे इस झूठ से आहत हैं और अब उनके बीच कोई विश्वास नहीं बचा।
उन्होंने कहा कि चूंकि अब कोई विश्वास नहीं बचा है, इसलिए मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया है। मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपना इस्तीफा भेज दिया है। यह पूछे जाने पर कि क्या शिवसेना राजग से अलग हो गई है, सावंत ने कहा कि जब मैंने इस्तीफा दे दिया है तो आप समझ सकते हैं कि इसका क्या अर्थ है।