स्थानीय अधिकारी ने बताया कि बुधवार रात मकबरे के 2 तरफ टिन की चादरें लगा दी गईं और 2 तरफ से बाड़बंदी भी की गई। मकबरे के चारों ओर बाड़ लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मकबरे के दोनों तरफ की हरे रंग की जाली जर्जर हालत में थी और पास में स्थित ख्वाजा सैयद जैनुद्दीन चिश्ती की मजार तक जाने वाले रास्ते से भी यह ढांचा दिखाई पड़ता है। इसलिए, हमने टिन की चादरें लगाई हैं।
छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित फिल्म छावा की रिलीज के बाद से 17वीं सदी का मुगल बादशाह चर्चा में है। संभाजी महाराज मराठा क्षेत्र के ऐसे दूसरे शासक थे, जिन्हें औरंगजेब के आदेश पर क्रूर तरीके से मौत के घाट उतार दिया गया था।