पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी ने 1 और 13 मई 1998 को परमाणु परीक्षण कर दुनिया को चौंकाया था। अमेरिका जैसा देश भी भारत के इस कदम से हतप्रभ रह गया था। अटलबिहारी वाजपेयी ने लीक से हटकर पहली बार पोखरण में एक के बाद एक 5 परमाणु बम परीक्षण करने का माद्दा दिखाया। उन्होंने बड़े ही गोपनीय तरीके से इस परीक्षण को अंजाम दिया। अटलजी के नेतृत्व में ही भारत परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्रों में शामिल हुआ था।
11 मई 1998 को दोपहर 15.45 बजे भारत ने पोखरण रेंज में 3 अंडरग्राउड न्यूक्लियर टेस्ट किया। इसके बाद 13 मई को भी भारत ने 2 न्यूक्लियर टेस्ट किया जिसकी घोषणा खुद अटलबिहारी वाजपेयी ने की। पोखरण परीक्षण रेंज पर 5 परमाणु परीक्षण करने के बाद भारत पहला ऐसा परमाणु शक्ति संपन्न देश बन गया जिसने परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर ही नहीं किए थे।
परमाणु परीक्षण को सफल बनाने के पीछे की कहानी बेहद रोचक है। अटलबिहारी वाजपेयी को प्रधानमंत्री बने सिर्फ 3 महीने ही हुए थे, लेकिन वे ऐसा धमाका करेंगे जिसकी गूंज अमेरिका तक पहुंचेगी ये शायद किसी ने नहीं सोचा था। पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी के निर्देश पर मिसाइलमैन और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम इस प्रोजेक्ट की कमान को संभाला था। इस मिशन को 'ऑपरेशन शक्ति' का नाम दिया गया था।