36 लाख एपीवाई खातों में 27.5 लाख खाते सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, 5.5 लाख खाते क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और करीब 3 लाख खाते निजी बैंक और भुगतान बैंक द्वारा खोले गए हैं। सार्वजनिक बैंक में भारतीय स्टेट बैंक का योगदान सबसे अधिक रहा। उसने 11.5 लाख अटल पेंशन खाते जोड़े। इसके बाद कैनरा बैंक और बैंक ऑफ इंडिया का नंबर है।