हालांकि नोट बदलवाने आने वालों की तर्जनी पर अमिट स्याही के सरकार के फैसले के बाद इस तरह के लोगों की भीड़ कुछ कम हुई है। अब एक ही दिन में बार-बार नोट नहीं बदले जा सकते। इस बीच देशभर में बैंकों में एटीएम प्रणाली को नए नोटों के अनुरूप ढालने का काम तेजी से जारी है ताकि इनके जरिए 500 व 2,000 रुपए के नोट वितरण शुरू किया जा सके।
नोटबंदी की सबसे अधिक मार सब्जीवालों, ढाबेवालों अन्य फेरी वालों व किराना स्टोरों आदि पर पड़ी है। सीमेंट, बालू व अन्य सामान की आपूर्ति ठप होने से निर्माण क्षेत्र में काम बंद हो गया है और अनेक कामगार बेरोजगार हैं। इस बीच सरकार ने नकदी प्रवाह बढ़ाने के लिए अनेक कदमों की घोषणा की। (भाषा)