ATS is monitoring the Meerut and Muzaffarnagar Kavad route : कावड़ यात्रा हर्षोल्लास के साथ चल रही है, दिल्ली-देहरादून हाईवे यानी NH58 पर कावड़ियों का बोलबाला नजर आ रहा है। शिवभक्त भोले कंधे पर गंगाजल लेकर नाचते-गाते अपने गंतव्य की तरफ कूच कर रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कावड़ यात्रा पर आतंकी खतरे का अलर्ट मिला है, जिसके चलते अति संवेदनशील जिले मेरठ और मुजफ्फरनगर में यूपीए एटीएस ने कावड़ सुरक्षा की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली है।
इन दोनों जिलों में आरएएफ, पीएसी और एटीएस कमांडो को कावड़ सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। चप्पे-चप्पे पर मुस्तैदी के साथ एटीएस कमांडो और आरएएफ कर्मी तैनात हैं। वही स्थानीय पुलिस भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कावड़ियों के भेष में यात्रा के बीच चल रही है और ड्रोन के जरिए कावड़ यात्रा मार्ग की निगरानी की जा रही है।
मेरठ और मुजफ्फरनगर में पुलिस वर्दी के भी कई रंग कावड़ियों के बीच में नजर आ रहे हैं। शिवभक्तों ने एनएच58 को भगवा रंग दिया, इस भगवा की सुरक्षा के लिए काले रंग की वर्दी पहने एटीएस कमांडो, हल्के और गाढ़े नीले रंग में आरएएफ और खाकी रंग में पुलिस के जवान सुरक्षा की कमान संभाले हुए नजर आ रहे हैं। कावड़ यात्रा 2024 में सुरक्षा एजेंसियों से इनपुट मिला है कि कावड़ यात्रा पर आतंकी साया मंडरा रहा है।
जिसके चलते जमीन से लेकर आकाश तक से शिवभक्तों की निगरानी की जा रही है। आतंकी घटना से बचने के लिए एटीएस कमांडो और आरएएफ को लगाया गया है, तो वहीं सुरक्षा की दृष्टि से ड्रोन के द्वारा कावड़ मार्ग पर निगरानी रखी जा रही है, कावड़ मार्ग का सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया गया है।
मेरठ में दौराला टोल से लेकर मोदीपुरम और दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर तीसरी आंख सीसीटीवी कैमरों के साथ ड्रोन से भी सुरक्षा का जायजा लिया जा रहा है। मेरठ के आलाधिकारी कावड़ मार्ग पर स्वयं निरीक्षण कर रहे हैं। वहीं रात्रि में निकलने वाली बड़ी कावड़ को पुलिस अपनी निगरानी में गंतव्य की तरफ बढ़ा रही है।
सुरक्षा के मद्देनजर हर 200 कदम पर स्थानीय पुलिस और यातायात पुलिस तैनात डटी हुई है। मेरठ डीएम और एसएसपी ने बताया कि कावड़ यात्रा के लिए मेरठ को 6 सुपर जोन, 22 जोन और 63 सेक्टर में पूरे शहर को बांटा गया है। पुलिस-प्रशासन कोशिश में जुटा हुआ है कि जनता और कावड़ियों को किसी को दिक्कत नहीं होनी चाहिए। वहीं जगह-जगह चिकित्सा कैंप और खाने-पीने और आराम करने के लिए शिविर लगे हुए हैं।
कावड़ यात्रा मेरठ नोडल अधिकारी एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्रा ने खुद कमान संभाल रखी है। मेरठ शहर के मुख्य चौराहे बेगमपुल पर वॉच टावर लगाया गया है। मेरठ एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि कावड़ यात्रा को सकुशल चलाने के लिए आरएएफ, एटीएस कमांडो महिला पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, सिविल पुलिस, गोताखोर, पीएसी के जवान लगे हैं। मेरठ जनपद में 200 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे, 1000 से ज्यादा पुलिसकर्मी सुरक्षा में डटे हुए हैं। शहर के सारे कट को बंद किया है, टोल प्लाजा पर भी फोर्स तैनात की गई है और कंट्रोल रूम से निगरानी की जा रही है।
हरिद्वार से प्रतिदिन लाखों की संख्या में शिवभक्त भोले गंगाजल लेकर अपने शिवालयों की तरफ बढ़ रहे हैं, अभी ज्यादा कावड़िए हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली के अलावा गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़ और गौतमबुद्धनगर के मेरठ कावड़ मार्ग से होकर गुजर रहे हैं। आने वाले दो दिनों में सड़कों के ऊपर सिर्फ भगवा रंग में रंगे शिवभक्त कावड़िए नजर आएंगे।