Ayodhya lit up with more than 25 lakh Deep: अयोध्या राम मंदिर में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली अयोध्या नगरी लाखों दीपकों से जगमगाई। इस बार 25 लाख से भी ज्यादा दीप जलाए गए। पूरी अयोध्या दुल्हन की तरह सजाई गई है। नगरवासियों में अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है। इससे पहले बुधवार को नगर में रामायण के प्रसंगों पर आधारित झांकियां निकाली गईं।
यूपी की योगी सरकार द्वारा शुरू किया गया दीपोत्सव अयोध्या में महापर्व का रूप ले चुका है। इस वर्ष राम मंदिर में राम लला के विराजमान होने के बाद पहली दीपावली व दीपोत्सव है। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2023 के दीपोत्सव के अपने ही बनाए गए रिकॉर्ड (22 लाख 23 हजार दीप) को एक बार फिर से तोड़ते हुए 25 लाख से अधिक दीप जलाए गए। अयोध्या राम की पैड़ी व सरयू के 55 घाटों पर एक साथ जलाकर 2024 में नया कीर्तिमान स्थापित किया।
इस वर्ष बने दो कीर्तिमान : इस वर्ष एक नहीं दो कीर्तिमान बनाए गए। दूसरा कीर्तिमान सरयू के तट पर एक साथ एक ही रंग के लिबास में 1100 अर्चकों ने मां सरयू की महाआरती की। यह नजारा बहुत ही अद्भुत था। पूरी अयोध्या नगरी भक्तिमय और राममय नजर आ रही थी। इस दृश्य को देखने के लिए हर आंख लालायित थी। इस अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि को विभिन्न प्रकार के रंगबरंगे फूलों से बड़ी ही खूबसूरती से सजाया गया। अयोध्या के अन्य सभी मंदिरों में भी आकर्षक साज-सज्जा की गई।
इसके पूर्व उत्तर प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरु वशिष्ट के रूप में अयोध्या के राम कथा पार्क में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम, माता सीता व अनुज लक्ष्मण के स्वरूप की अगवानी करते हुए उनका स्वागत कर रामजी का प्रतीकात्मक राजतिलक किया।
योगी ने लिया अवॉर्ड : गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारी ने कहा कि पच्चीस लाख से अधिक दीये जलाकर उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार और अयोध्या जिला प्रशासन और डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय ने नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। इस अवसर पर कुल 25 लाख 12 हजार 585 दीपक जलाकर नया रिकॉर्ड बना। इस मौके पर एक और रिकॉर्ड बना, जब 1121 बटुकों ने एक साथ सरयू आरती कर वर्ल्ड रिकार्ड बनाया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम से अवॉर्ड ग्रहण किया।
तीन प्रकार के दिए जलाए गए : श्रीराम जन्मभूमि परिसर को विभिन्न प्रकार के रंग-बिरंगे फूलों व अत्याधुनिक लाइट से सजाया गया। सबसे खास बात यह है कि परिसर के अंदर तीन प्रकार के दिए जलाए गए। श्रीराम मंदिर के गर्भगृह में देशी घी के दिए जलाए गए, राम मंदिर दर्शन मार्ग पर मिट्टी के दिए जलाए गए और राम मंदिर परिसर के अंदर मोम व गोबर से बने दिए जलाए गए। अयोध्या दीपोत्सव महापर्व को देखने के लिए सैकड़ों अतिथियों सहित 250 से अधिक वीवीआईपी पहुंचे।