पांच जुलाई 2005 को हुए इस हमले में एक टूरिस्ट गाइड समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि पुलिस की जवाबी हमले में 5 आतंकवादी मार गिराए गए थे। वहीं, सीआरपीएफ और पीएसी के 7 जवान गंभीर रूप से जख्मी भी हुए थे। इस मामले में सुनवाई पूरी हो गई है। श्री राम जन्मभूमि हमले से जुड़े जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी यहां के सेंट्रल नैनी जेल में बंद हैं।
इस हमले की जांच में आतंकियों को असलहों की सप्लाई और मददगारों में आसिफ इकबाल, मो. नसीम, मो. अजीज, शकील अहमद और डॉ. इरफान का नाम सामने आया। सभी को गिरफ्तार कर पहले फैजाबाद जेल भेजा गया। इसके बाद 2006 में हाईकोर्ट के आदेश पर केंद्रीय कारागार नैनी भेजा गया। इस मामले में अब तक 63 गवाहों तथा अभियुक्तों के बयान दर्ज हुए हैं।