विपासना इंसां और गुरमीत के प्रवक्ता आदित्य इंसां के नाम पंचकूला और सिरसा में हुई व्यापक हिंसा के सिलसिले में अति वांछित लोगों की सूची में है। इस हिंसा में 40 से अधिक लोग मारे गए थे। अपनी 2 अनुयायियों के साथ पिछले वर्ष 25 अगस्त को गुरमीत को दोषी ठहराए जाने के बाद से वह सलाखों के पीछे है। इसके बाद उसके समर्थकों ने पंचकूला और सिरसा में काफी उत्पात मचाया और करोड़ों रुपए मूल्य की संपत्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
ईडी 2 बार कर चुकी है विपासना से पूछताछ : पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यहां कहा कि हमारी टीम विपासना इंसां और आदित्य इंसां को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय ने 8 अगस्त को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में सौंपी अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि इस अवधि के दौरान उससे (विपासना से) 2 बार पूछताछ की गई है। एजेंसी डेरा की वित्तीय संपत्तियों और वित्तीय गतिविधियों में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है।
हरियाणा पुलिस ने हिंसा, आगजनी और सार्वजनिक तथा निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के सिलसिले में डेरा समर्थकों के खिलाफ 240 मामले दर्ज किए थे। रोहतक की सुनारिया जेल में न्यायाधीश ने गुरमीत को 20 वर्ष की सजा सुनाई थी। वह इस जेल में ही बंद है।