एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता, विश्व चैंपियनशिप के रजत विजेता और विश्व रैंकिंग में नंबर एक पहलवान बजरंग पूनिया और बिलियर्ड्स के बेताज बादशाह पंकज आडवाणी को वर्ष के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का सम्मान दिया जाएगा, जबकि सौरभ चौधरी को उभरते चैंपियन निशानेबाज़ का सम्मान दिया जाएगा। एसजेएफआई की अहमदाबाद में हुई बैठक में सर्वसम्मति से यह फ़ैसला लिया गया।
उल्लेखनीय है कि 1971 में पहला राष्ट्रीय खिताब जीतने वाले बेंगलुरु के प्रकाश ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और 1983 तक देश और दुनिया के चैंपियन खिलाड़ी बने रहे। 1978 में कामनवेल्थ गोल्ड जीतने के बाद उन्होंने अगले साल ऑल इंग्लैंड, विश्व चैंपियनशिप और तमाम बड़े खिताब जीते। वर्ल्ड रैंकिंग में पहला स्थान अर्जित करने वाले वे पहले भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी थे। कई ओपन खिताब अपने नाम करने वाले इस चैंपियन का दुर्भाग्य यह रहा कि उनके शिखर पर रहते बैडमिंटन को ओलंपिक का दर्जा नहीं मिल पाया था।