इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया, हैदराबाद की कंपनी ने 29 अप्रैल को भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) के समक्ष आवेदन करके कोवैक्सीन की बूस्टर खुराक के दो से 18 वर्ष के बच्चों पर परीक्षण की अनुमति मांगी है।
यह अध्ययन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली और पटना सहित छह स्थानों पर किया जाएगा। भारत ने स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कार्यकर्ताओं तथा अन्य बीमारियों वाले 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीके की एहतियाती खुराक इस वर्ष 10 जनवरी से देना शुरू कर दिया था।